Web 3.0 Kya Hai? पूरी जानकारी हिंदी में - फायदे, तकनीक और भविष्य"





 आज हम इस ब्लॉग में जानेगे web 3.0 के बारे में, की केसे इस web का version future में हमें फायदा कर सकता है या नुकसान तो चलिए एक एक बाद एक topic पर नज़र डालते है |


WEB 3.0  के बारे में जानने से पहेले हमे WEB 1.0 और WEB 2.0 क्या है वो जन लेते है |



WEB 1.0

इस web का सबसे पहेला version था जो 1990 से लेके early 2000 में use होता था , इसमें कोई भी  USER कन्टेंट

 को खली रीड कर सकता था उसमे कोई बदलाव नहीं कर सकता था | मतलब इसे खाली इनफार्मेशन के लिए ही

 USE कर पाते थे |

example के तोर पर : YAHOO,MSN OR BRITANNICA.


WEB 2.0

web 2.0 इ वो version है जो आज हम चला रहे है,इसमें सब कुछ हो सकता हे | इसमें हम हमारे तरीके से बदलाव

 भुई कर सकते जबकि web १.0 में नहीं कर सकते थे | जिसमे सब से MAIN है सोशल MEDIA और web

 DEVELOPING जिसमे USER कोई भी कन्टेंट अपने हिसाब से गेनेराते कर सकता है |



 EXAMPLE के तोर पर : FACEBOOK, YOUTUBE,INSTAGRAM ETC.

लेकन ए सारे प्लेटफार्म CENTRALIZED प्लेटफॉर्म्स है जिसका पूरा COMMAND इन सभी कम्पनीस के हथो में है

कोई भी कन्टेंट क्रिएटर सिर्फ कहेने के लिए ही कोई भी प्लाफोर्म के चैनल और एकाउंट्स का मालिक है लेकिन वो

 ACTUAL में देखा जाये तो वो एक EMPLOYEE ही है क्योकि उसकी पूरी कण्ट्रोल जो वो YOUTUBE

 CHANNEL हो या INSTAGRAM ACCOUNT हो सब वो कम्पनीस के हाथो में है. पूरा DATA वो कंपनीज

 अपने पास सेव रखती है और वो जब चाहे तब अपनी POLICY बदल सकती है | 

तो अब हम जानते है web 3.0 के बारे में ,


WEB 3.0

इ एक एसा web मॉडल होगा जो AI और BLOCKCHAIN पे बना होगा और सबसे बढ़िया बात इ होगी की इस

 web का पूरा कण्ट्रोल DECENTRLISED होगा | USERका डाटा बदी कंपनीज के कंट्रोल में नहीं होगा जिसे

 इसका मैनीपुलेशन नहीं हो सकेगा | इसक अभी का LATEST example है CRYPTO COINS.



इससे GOGGLE OR FACEBOOK जेसी कंपनीज का CONTROLकम हो जायेगा |

SMART CONTRACT के जरिये त्लेंदें एकदम SECURE और TRANSPERENT हो जाएगी |

ETHEREUM और SOLANA जैसी BLOCKCHAIN नेटवर्क इसका जीता जगता example HAI|

AI इतना MODIFID हो जायेगा जिससे फेक न्यूज़ और DEEP FAKE जेसी गलत चिजो को फ़िल्टर करने में

 काफी हद तक मदद मिलेगी |

WEBSITES को समजने में आसानी रहेगी और AI और बेटर RESULTS देगा | BANK और THIRDPARTY

 की ज़रूरत कम हो जाएगी, एक BLOCKCHAIN NETWORK से दुसरे BLOCKCHAIN NETWORK पे

 DATA EASLY ट्रान्सफर होगा|



WEB 3.0 के CHALLANGES

BLOCKCHAIN SYSTEM  अभी SLOW है |

CRYPTOMINING और BLOCKCHAIN TRANSACTION से ENERGY CONSUMPTION ज्यादा होगा जिससे POWERज्यादा चाहिए होगा |

GOVERNMENT web 3.0 को सेसे रेगुलेट करेगी वो अभी कुछ कहा नहीं जा सकता |

लोग अभी भी CENTRALIZED प्लेटफार्म के आदि है जिससे सबको web 3.0 ADOPT करने में दिक्कत होगी |


तो इस तरह web 3.0 future में हमे देखने को मिल सकता है,तो देखते है कितना टाइम लगता है web 3.0 को मार्किट में आने के लिए |

Comments